Saturday, March 22, 2014

मेहनती हाथ


मेहनत करनेवाले हाथ किसी के आगे क्यूँ फैले ,दिल रोता है मेहनती हाथों की ये हालत देख कर ,आज हर गली में एक ब्यूटी पार्लर आप को देखने के लिए मिल जायेगा और होगा भी भरा हुआ ,वहां हाथों की सुन्दरता बडाई जाती है ,लेकिन क्या ये हाथ बदसूरत हैं ,मुझे तो सब से ज्यादा खूबसूरत येही लगते हैं जो मेहनत करते हैं ,वो नहीं जो सिर्फ दिखावे के होते हैं ,हर तरफ सुंदरता का ,पैसे का बोला बाला है और मेहनत के हाथो का रंग काला है ,
  मेहनत भी करते हैं ये हाथ और अपनी ही मेहनत की कमाई के लिए दुसरो के आगे फैलते भी हैं ,क्या ये न्याय है ,तो मन में एक चीत्कार उठती है की नहीं ये सरासर अन्याय है ,हर तरफ देश में लूट खसोट हो रही है ,सब अपनी जेबें भर रहे हैं और ये मेहनती हाथ और मेहनत किये जा रहे हैं ,बदले में अपने परिवार का पेट भी नहीं पाल पा रहे

जरा सोचिये

ज़रा देखिये

इन हाथों को

Saturday, March 8, 2014

सफाई

 
ये हालत ये नज़ारा आप को किसी भी सड़क के किनारे देखने को मिल जायेगा ,गाँव में तो ऐसा दृश्य आम बात है ,सरकार ने हर जगह कचरे के लिए डिब्बे लगा रखे हैं लेकिन उनका इस्तेमाल करना शायद किसी को आता नहीं या थोडा सा भी कष्ट कौन करे ,जहाँ जगह देखि वहीँ कचरा फेंक दिया ,अपना घर साफ़ किया तो कचरा पडोसी के घर की साइड में लगा दिया ,क्या उससे आप का घर गन्दा नहीं लगता जब आप के घर कोई आये तो क्या उसकी नज़र सिर्फ आप के घर पर ही होगी ,क्या उसे वो कचरा नज़र नहीं आएगा
इसी तरह सडको पर पड़ा ये कचरा कितनी बिमाइयों को जन्म देता है ,देखने में जो बुर लगता है वो तो अलग बात है ,इस कचरे पर मक्खी मच्छर पैदा होते हैं जो बरसात में न जाने कितनी बिमारिय फैलाते हैं ,
हमारे यहाँ बच्चे के पैदा होने पर जितने टीके लगते हैं विदेशो में उससे आधे भी नहीं लगते ,क्यों....क्योकि वहां ऐसी गंदगी नहीं है
ये आप का देश है ,इसे आप साफ़ नहीं रखेंगे तो बीमारियाँ आप के ही दरवाज़े पर दस्तक देंगी